अयोध्या राम मंदिर से 'रामलला' की मनमोहक तस्वीरें; सुंदर आभा, मुख पर दिव्य तेज, कितने अद्भुत-अलौकिक हैं हमारे राम
Ayodhya Ramlala Photos After Pran-Pratishtha In Ram Mandir
Ramlala Pran-Pratishtha: सालों-साल के संघर्ष और इंतजार के बाद आज अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठित हो चुके हैं। गर्भगृह में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास और आरएसएस चीफ मोहन भागवत, सीएम योगी व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की भी मौजूदगी रही। इसके अलावा मंदिर परिसर में देशभर के सैकड़ों साधू-संतों और कथावाचकों की भी गरिमामयी उपस्थिती रही। वहीं साथ ही देशभर से सिनेमा समेत अलग-अलग क्षेत्रों की कई नामी हस्तियां भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल रहीं। दुनिया के सबसे रईस उद्योगपतियों में से एक मुकेश अंबानी भी अपनी पत्नी नीता अंबानी के साथ प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे।
पीएम मोदी ने 11 दिन का सम्पूर्ण उपवास तोड़ा
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने मंच पर आकर अपना 11 दिन का सम्पूर्ण उपवास तोड़ा। महंत गोविंद देव गिरि ने मंच पर ही पीएम मोदी को अपने हाथों से रामलला का चरणामृत पिलाया और उनका उपवास समाप्त किया। इस दौरान महंत गोविंद देव गिरि ने मंच से संबोधन करते हुए बताया कि, उन्होंने पीएम मोदी को तीन दिन के उपवास के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने 11 दिन का कठिन उपवास रखा, जो अब पूरा हो चुका है। महंत गोविंद देव गिरि ने इस दौरान महाराज शिवा जी को याद करते हुए पीएम मोदी को उनके जैसा ही बताया।
पीएम मोदी ने कहा- आज हमारे राम आ गए हैं
वहीं पीएम मोदी ने मंच पर जब अपना सम्बोधन शुरू किया तो इस दौरान उन्होने सबसे पहले 'सियावर रामचंद्र की जय...जय की' और इसके बाद कहा कि आज हमारे राम आ गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, इस शुभ घड़ी की समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर देशवासियों के सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है।
अब हमारे रामलला टेंट में नहीं रहेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि, हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे, वे अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। यह क्षण अलौकिक है... यह माहौल, यह घड़ी हम सब पर प्रभु श्री राम का आशीर्वाद है।
हजार साल बाद भी यह तारीख याद की जाएगी
पीएम मोदी ने कहा कि, आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं।
मै क्षमा चाहता हूं, इतने साल लग गए
पीएम मोदी ने कहा कि त्रेतायुग में तो राम के लिए वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था... लेकिन इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने राम से सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। इसलिए मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। मगर आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।
राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है
पीएम मोदी ने कहा कि हर युग में लोगों ने राम को जीया है। हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है। यह राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है। इसलिए राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है।
मैं कहता हूं यही सही समय है
पीएम मोदी ने कहा कि राम का भव्य मंदिर तो बन गया। अब आगे क्या। आज के शुभ अवसर पर जो दैव्य और दैवीय आत्माएं उपस्थित हुई हैं। क्या हम उन्हें ऐसे ही विदा कर देंगे। नहीं, कदापि नहीं। आज मैं पूरे पवित्र मन से महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है। यह सुखद संयोग है कि हमारी पीढ़ी को कालजयी निर्माण के रूप में चुना गया है। इसलिए मैं कहता हूं कि यही समय है। सही समय है। हमें आज इस पवित्र समय से अगले एक हजार साल की नींव रखनी है। समर्थ, सक्षम, दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं। राम के विचार मानस के साथ हो, यही राष्ट्र विस्तार की सीढ़ी है।
पीएम मोदी ने रामायण के पात्रों का उदाहरण दिया
पीएम मोदी ने रामायण के पात्रों में शबरी, निषादराज, गिलहरी, जटायु का उदाहरण दिया। पीएम मोदी ने कहा कि, आज युग की मांग है कि हमें अंतकरण को विस्तार देना होगा। जैसे हनुमान जी की सेवा, गुण, समर्पण। हनुमान जी के यह ऐसे गुण हैं, जिन्हें बाहर नहीं खोजना पड़ता है। इसलिए अगर गुण अपना लिए तो यही भव्य और दिव्य भारत का आधार बनेंगे। इन्हें गुणों से होगा दैव्य भारत का निर्माण।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सुदूर कुटिया में जीवन गुजारने वाली मां शबरी का भाव आता है। वह कबसे कहती थीं कि राम आएंगे। और प्रत्येक भारतीय में जन्मा वही यह विश्वास है कि राम आएंगे। वहीं पीएम मोदी बोले कि लंकापति रावण अपार शक्तिशाली और ज्ञानी थे। लेकिन जटायु को देखिए, वह महाबली रावण के भिड़ गए। उन्हें पता था कि वह रावण को परास्त नहीं कर पाएंगे। लेकिन फिर भी वह उससे भिड़ गए। अहम से उठकर वयम् के लिए सोचना चाहिए। हम सब शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद यहां पहुंचे हैं। अब हम रुकेंगे नहीं।
देश के युवाओं से आह्वान
पीएम मोदी ने देश के युवाओं से आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के युवाओं से आह्वान करना चाहता हूं कि ऐसा समय, संयोग फिर दोबारा नहीं बनेगा. अब हमें चूकना नहीं है। परंपरा और आधुनिकता को साथ लेते हुए आगे बढ़ना है। यह भव्य राम मंदिर साक्षी बनेगा भव्य भारत के उत्कर्ष का। अगर लक्ष्य सामूहिकता से जन्मा हो तो समय नहीं लगेगा। इसी के साथ रामलला के चरणों में समर्पण के साथ मैं बात समाप्त करता हूं। सियावर रामचंद्र की जय।
कुबेर टीला स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद पीएम मोदी अयोध्या के कुबेर टीला पहुंचे और यहां उन्होने शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी शिव आराधना में रमे हुए नजर आए।
रामलला की मनमोहक तस्वीरें देखिए